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चांदनी की चूत

मेरा नाम सैक्सी बॉय है। मैं २५ साल का हूं। मेरी गर्लफ़्रेंड का नाम चांदनी है वो २२ साल की है और उसकी फ़ीगर तो ऐसी कि पूछो मत। वो बहुत ही सुंदर है, एकदम गोरी चिट्टी लम्बे लम्बे काले बाल, हाइट करीब ५’५” और फ़ीगर ३६-२५-३८ है।
हम दोनों घर से बाहर दिल्ली में एक ही कमरे में रह कर पढ़ते थे। मैंने कमरे में पढ़ने के लिये कुछ गंदी किताबें रखी हुई थी जो एक दिन चांदनी के हाथ लग गई। इसलिये मैं अपने लंड और वो अपनी चूत की प्यास नहीं रोक सकी।
वो बोली- मैं ही तुम्हारी वाइफ़ बन जाती हूं और मुझे अपनी ही समझो और मेरे साथ सेक्स करो।
वो जींस शर्ट में आई और बोली- चलो शुरू हो जाओ।
उसने मुझे किस करना शुरु कर दिया, मेरे लिप्स को वो बुरी तरह से किस करने लगी। मैं भी जोश में आ गया और उसको किस करने लगा। और उसको अपनी बाहों में दबाने लगा। उसको मैंने खींच कर बेड पर लिटा दिया और मैं उसके ऊपर आ गया और उसको चूमना शुरु कर दिया। १० मिनट तक मैं उसको चूमता रहा।
फिर मैंने उसका शर्ट खोल दिया। उसके बाद मैंने उसकी ब्रा भी खोल दी। जैसे ही मैंने ब्रा खोली तो उसके दूध उछल कर बाहर आ गये, मैं उसे देखकर उसको दबाने लगा। कितने दिनों के बाद इसके पूरे के पूरे स्तन देखने को और दबाने को मिले।
फिर मैंने उसकी निप्पल को मुंह में रख दिया और चूसने लगा। वो आआआह्हह्हाआआआह्हह्हह्हहाह्हह कर रही थी। मैं उसे चूसता ही रहा। थोड़ी देर बाद मैंने उसकी जींस खोल कर उसको पैंटी पे ला दिया उसकी चूत बहुत गरम हो गई थी, उसकी पैंटी गीली हो चुकी थी। मैं पैंटी को निकाल के उसकी चूत को फैला के चाटने लगा। वो सिसकारी भर रही थी। अहाआआ अस्स्सशहस आआआअह्हहह्हस्सस्स स्सशाआ आआहस्सह्हस्स अह्हह्हह ह्ह्हह हस्साआ आअह्ह ह्हहा ह्हह्हाआ ह्हह्हाहह…
वो मेरे लंड को हाथ में लेकर खींच रही थी और कस कर दबा रही थी। फिर चांदनी ने कमर को ऊपर उठा लिया और मेरे तने हुए लंड को अपनी जांघों के बीच लेकर रगड़ने लगी। वो मेरी तरफ़ करवट लेकर लेट गई ताकि मेरे लंड को ठीक तरह से पकड़ सके। उसकी चूची मेरे मुंह के बिल्कुल पास थी और मैं उन्हें कस कस कर दबा रहा था।
अचानक उसने अपनी एक चूची मेरे मुंह मे ठेलते हुए कहा- चूसो इनको मुंह में लेकर।
मैंने उसकी बाईं चूची को मुँह में भर लिया और जोर जोर से चूसने लगा। थोड़ी देर के लिये मैंने उसकी चूची को मुंह से निकाला और बोला- मैं हमेशा तुम्हारी कसी चूची को सोचता था और हैरान होता था। इनको छूने की बहुत इच्छा होती थी और दिल करता था कि इन्हे मुंह में लेकर चूसूं और इनका रस पीऊं। पर डरता था पता नहीं तुम क्या सोचो और कहीं मुझसे नाराज़ न हो जाओ। तुम नहीं जानती चांदनी कि तुमने मुझे और मेरे लंड को कितना परेशान किया है?
अच्छा तो आज अपनी तमन्ना पूरी कर लो, जी भर कर दबाओ, चूसो और मज़े लो, मैं तो आज पूरी की पूरी तुम्हारी हूं जैसा चाहे वैसा ही करो- चांदनी ने कहा।
फिर क्या था, चांदनी की हरी झंडी पाकर मैं जुट पड़ा चांदनी की चूची पर।
मेरी जीभ उसके कड़े निप्पल को महसूस कर रही थी। मैंने अपनी जीभ चांदनी के उठे हुए कड़े निप्पल पर घुमाई। मैं दोनों अनारों को कस के पकड़े हुए था और बारी बारी से उन्हें चूस रहा था। मैं ऐसे कस कर चूचियों को दबा रहा था जैसे कि उनका पूरा का पूरा रस निचोड़ लूंगा। चांदनी भी पूरा साथ दे रही थी। उसके मुंह से ओह! ओह! अह! सी, सी! की आवाज निकल रही थी। मुझसे पूरी तरह से सटे हुए वो मेरे लंड को बुरी तरह से मसल रही थी और मरोड़ रही थी।
अपनी बाईं टांग को मेरे कंधे के ऊपर चढ़ा दिया और मेरे लंड को अपनी जांघों के बीच रख लिया। मुझे उसकी जांघो के बीच एक मुलायम रेशमी एहसास हुआ। ये उसकी चूत थी। चांदनी ने पैंटी नहीं पहन रखी थी और मेरे लंड का सुपाड़ा उसकी झांटों में घूम रहा था। मेरा सब्र का बांध टूट रहा था। मैं चांदनी से बोला, ‘चांदनी मुझे कुछ हो रहा और मैं अपने आपे में नहीं हूं, प्लीज मुझे बताओ मैं क्या करूं?
चांदनी बोली- करो क्या, मुझे चोदो, फाड़ डालो मेरी चूत को।
मैं चुपचाप उसके चेहरे को देखते हुए चूची मसलता रहा। उसने अपना मुंह मेरे मुंह से बिल्कुल सटा दिया और फुसफुसा कर बोली- अपनी चांदनी को चोदो !
चांदनी हाथ से लंड को निशाने पर लगा कर रास्ता दिखा रही थी और रास्ता मिलते ही मेरा लंड एक ही धक्के में सुपाड़ा अंदर चला गया। इससे पहले कि चांदनी सम्भले या आसन बदले, मैंने दूसरा धक्का लगाया और पूरा का पूरा लंड मक्खन जैसी चूत की जन्नत में दाखिल हो गया।
चांदनी चिल्लाई- उईई ईईईइ ईईइ माआआ हुहुह्हह्हह ओह सेक्सी बॉय, ऐसे ही कुछ देर हिलना डुलना नहीं, हाय! बड़ा जालिम है तुम्हारा लंड। मार ही डाला मुझे तुमने मेरे राजा। चांदनी को काफ़ी दर्द हो रहा था। पहली बार जो इतना मोटा और लम्बा लंड उनके बुर में घुसा था। मैं अपना लंड उसकी चूत में घुसा कर चुपचाप पड़ा था। चांदनी की चूत फड़क रही थी और अंदर ही अंदर मेरे लौड़े को मसल रही थी। उसकी उठी उठी चूचियां काफ़ी तेज़ी से ऊपर नीचे हो रही थी। मैंने हाथ बढ़ा कर दोनों चूची को पकड़ लिया और मुंह में लेकर चूसने लगा। चांदनी को कुछ राहत मिली और उसने कमर हिलानी शुरु कर दी।
फिर चांदनी बोली, अब लंड को बाहर निकालो, लेकिन मैं मेरा लंड धीरे धीरे चांदनी की चूत में अंदर-बाहर करने लगा। फिर चांदनी ने स्पीड बढ़ाने को कहा। मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और तेज़ी से लंड अंदर-बाहर करने लगा। चांदनी को पूरी मस्ती आ रही थी और वो नीचे से कमर उठा उठा कर हर शॉट का जवाब देने लगी। रसीली चूची मेरी छाती पर रगड़ते हुए उसने गुलाबी होंठ मेरे होंठ पर रख दिये और मेरे मुंह में जीभ ठेल दिया।
चूत में मेरा लंड समाये हुए तेज़ी से ऊपर नीचे हो रहा था। मुझे लग रहा था कि मैं जन्नत पहुंच गया हूं। जैसे जैसे वो झड़ने के करीब आ रही थी उसकी रफ़्तार बढ़ती जा रही थी। कमरे में फच फच की आवाज गूंज रही थी मैं चांदनी के ऊपर लेट कर दनादन शॉट लगाने लगा। चांदनी ने अपनी टांग को मेरी कमर पर रख कर मुझे जकड़ लिया और जोर जोर से चूतड़ उठा उठा कर चुदाई में साथ देने लगी।
मैं भी अब चांदनी की चूची को मसलते हुए ठका-ठक शॉट लगा रहा था। कमरा हमारी चुदाई की आवाज से भरा पड़ा था। चांदनी अपनी कमर हिला कर चूतड़ उठा उठा कर चुदा रही थी और बोले जा रही थी- अह्हह आअह्हह्हह उनह्हह्ह ऊओह्हह्ह ऊऊह्हह् हाआआन हाआऐ मीईरे रज्जज्जजा, माआआअर गयययययये रीईए, लल्लल्लल्ला चूऊओद रे चूऊओद।
उईईईई मीईईरीईइ माआअ, फाआआअत गाआआईई रीईई शुरु करो, चोदो मुझे। लेलो मज़ा जवानी का मेरे राज्जज्जा।
और अपनी गांड हिलाने लगी। मैंने लगातर 30 मिनट तक उसे चोदा।
मैं भी बोल रहा था- लीईए मेरीईइ रानीई, लीई लीईए मेरा लौड़ा अपनीईइ ओखलीईए मीईए। बड़ाआअ तड़पयययययया है तूनीई मुझीई। लीईए लीई, लीई मेरीईइ चांदनी ये लंड अब्बब्बब तेराआ हीई है। अह्हह्हह्ह! उह्हह्हह्हह्ह क्या जन्नत का मज़ाआअ सिखयाआअ तुनीईए। मैं तो तेरीईईइ गुलाम हूऊऊ गईईए।
चांदनी गांड उछाल उछाल कर मेरा लंड चूत में ले रही थी और मैं भी पूरे जोश के साथ उसकी चूचियों को मसल मसल कर अपनी चांदनी को चोदे जा रहा था।
चांदनी मुझको ललकार कर कहती- लगाओ शॉट मेरे राज !
और मैं जवाब देता- ये ले मेरी रानी, ले ले अपनी चूत में।
जरा और जोर से सरकाओ अपना लंड मेरी चूत में मेरे राज ! ये ले मेरी रानी, ये लंड तो तेरे लिये ही है।
देखो राज्जज्जा मेरी चूत तो तेरे लंड की दिवानी हो गई, और जोर से और जोर से आआईईईईए मेरे राज्जज्जज्जजा। मैं गईईईईईए रीई- कहते हुए मेरी चांदनी ने मुझको कस कर अपनी बाहों में जकड़ लिया और उसकी चूत ने ज्वालामुखी का लावा छोड़ दिया। अब तक मेरा भी लंड पानी छोड़ने वाला था और मैं बोला, “मैं भी अयाआआ मेरी जाआअन,” और मैंने भी अपने लंड का पानी छोड़ दिया और मैं हांफ़ते हुए उसकी चूची पर सिर रख कर कस के चिपक कर लेट गया।
तो दोस्तो यह थी मेरी चांदनी की चुदाई की जबरदस्त कहानी।